Tuesday, February 19, 2013

[rti4empowerment] Re: Reject at the outset petitions involving service matters in the guise of P.I.L

 

भारत में न्याय नाम की कोई चीज नहीं है | यहाँ न्याय के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ते हैं , जो लोग इन पर दांव लगाते हैं अच्छा पैसा बनाते हैं | यह भारतीय न्याय चरितमानस है | चाहे पुलिस वकील या न्यायाधीश कितने ही भले होने  का प्रदर्शन करें वास्तविकता इसके इर्द गिर्द ही चक्कर लगा रही है |

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