Sunday, September 15, 2013

[rti4empowerment] आज़म अपमान प्रकरण में अखिलेश की कार्यप्रणाली अपरिपक्व: उर्वशी शर्मा

 


आज़म अपमान प्रकरण में अखिलेश की कार्यप्रणाली अपरिपक्व: उर्वशी शर्मा

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  • Sunday, 15 September 2013 11:38

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हार्वर्ड विश्वविद्यालय में कुंभ मेले पर व्याखान देने गए उत्तर प्रदेश के  शहरी विकास मंत्री आज़म खान का अमेरिका के बोस्टन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कथित अपमान हुआ था । बोस्टन हवाईअड्डे पर आजम खान को रोककर पूछताछ किए जाने के विरोध में ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय में तय अपने व्याख्यान का बहिष्कार तक कर दिया था और उनके स्थान पर  मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने व्याख्यान दिया था । व्याख्यान के  बहिष्कार को समाजवादी पार्टी ने अखिलेश की परिपक्व राजनीति  करार दिया था| अब लखनऊ की सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने अपनी एक आरटीआई के आधार आज़म खान अपमान प्रकरण में अखिलेश यादव की  कार्यप्रणाली में  अपरिपक्वता होने का आरोप लगाया है|

दरअसल उर्वशी ने मई 13 में मुख्यमंत्री सचिवालय के जनसूचना अधिकारी को सूचना की अर्जी देकर उत्तर प्रदेश के मंत्री आज़म खान के साथ बोस्टन के लोगान हवाईअड्डे पर अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों द्वारा किये गए कथित दुर्व्यवहार आदि से सम्बंधित 10 बिदुओं पर सूचना माँगी थी| उर्वशी द्वारा मांगी गयी सूचना में आज़म खान द्वारा प्रकरण के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सरकार को प्रेषित किये गए सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने ,आज़म खान द्वारा प्रकरण के सम्बन्ध में अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास को प्रेषित किये गए सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने ,आज़म खान द्वारा प्रकरण के सम्बन्ध में भारत सरकार को प्रेषित किये गए सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकृत प्रतिनिधिओं द्वारा प्रकरण के सम्बन्ध में अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास को  प्रेषित किये गए सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने, उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकृत प्रतिनिधिओं द्वारा प्रकरण के सम्बन्ध में भारत सरकार को प्रेषित किये गए सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने, प्रचलित भारतीय नियमों की सत्यापित प्रतियाँ देने जिनके तहत अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्री आज़म खान की लोगान हवाईअड्डे पर की गयी सुरक्षा जांच दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है , प्रचलित अमेरिकी  नियमों की सत्यापित प्रतियाँ देने जिनके तहत अमेरिकी  सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्री आज़म खान की लोगान हवाईअड्डे पर की गयी सुरक्षा जांच दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है, प्रचलित अंतर्राष्ट्रीय  नियमों की सत्यापित प्रतियाँ देने जिनके तहत अमेरिकी  सुरक्षाकर्मियों द्वारा श्री आज़म खान की लोगान हवाईअड्डे पर की गयी सुरक्षा जांच दुर्व्यवहार की श्रेणी मंन आता है,आज़म खान के इस प्रकरण के सम्बन्ध में भारत सरकार से प्राप्त सभी पत्रों की सत्यापित प्रतियाँ देने एवं बोस्टन एयरपोर्ट पर आजम खान के साथ हुई कथित बदसलूकी भारत के  विदेश मंत्री श्री सलमान खुर्शीद के इशारे पर  होने संबंधी प्रमाणों की सत्यापित प्रतियाँ देने का अनुरोध किया गया था|

मुख्यमंत्री कार्यालय के उपसचिव एवं जनसूचना अधिकारी डॉ० नन्दलाल ने उर्वशी के अनुरोध को  सचिवालय प्रशासन विभाग तथा गृह एवं गोपन विभाग के प्रमुख सचिव को अन्तरित  किया| सचिवालय प्रशासन विभाग के उपसचिव एवं जनसूचना अधिकारी प्रकाश चन्द्र सिंह ने उर्वशी के अनुरोध को  नगर विकास विभाग को अंतरित किया| नगर विकास विभाग के अनुसचिव एवं जनसूचना अधिकारी राजेंद्र सिंह मौर्य ने भी उर्वशी के अनुरोध को   गृह एवं गोपन विभाग के प्रमुख सचिव को अन्तरित  किया | गृह एवं गोपन विभाग के अनुसचिव एवं जनसूचना अधिकारी बाबू लाल  ने  उर्वशी के अनुरोध को  पुनः मुख्य मंत्री कार्यालय को अन्तरित  कर दिया और ऐसा ही गृह पुलिस अनुभाग 15 के उपसचिव एवं जनसूचना अधिकारी  आर0 पी0 सिंह ने भी किया| मुख्यमंत्री कार्यालय के संयुक्त सचिव एवं जनसूचना अधिकारी डॉ० नन्दलाल ने उर्वशी को सूचित किया है कि उनके द्वारा मांगी गयी सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय में उपलब्ध नहीं है|

इस प्रकरण पर उर्वशी का कहना है कि उनकी सूचना की अर्जी उत्तर प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री कार्यालय से सचिवालय प्रशासन विभाग,गृह एवं गोपन विभाग और नगर विकास विभाग  होती हुए बापस मुख्यमंत्री कार्यालय आ गयी औरइन विभागों के पास प्रकरण से सम्बंधित किसी भी अभिलेख का न पाया जाना इस सम्पूर्ण प्रकरण की विश्वसनीयता के साथ साथ सूबे के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाता है|

उर्वशी सवाल करती हैं कि हॉवर्ड दौरे पर गए बारह में से ग्यारह सदस्यों पर जनता के पैसे खर्च किये गए थे और ऐसे में यदि अखिलेश यादव ने हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय में तय अपने व्याख्यान का बहिष्कार तक कर दिया था तो प्रदेश वपस आकर उन्होंने इस प्रकरण पर सरकारी तौर पर सूबे के मुखिया होने के नाते भारत सरकार के माध्यम से कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ?

उर्वशी के अनुसार सूबे के काबीना मंत्री के कथित अपमान प्रकरण पर सूबे की सरकार द्वारा कोई भी कार्यवाही न किया जाना सरकार की अपरिपक्व कार्यप्रणाली दर्शाता है| अखिलेश सरकार के अब तक के कार्यकाल को असफल बताते हुए उर्वशी ने कहा कि जो मुख्यमंत्री अपनी उपस्थिति में अपने कैबिनेट मंत्री के कथित अपमान के प्रकरण में इतना असंवेदनशील हैं उनसे जनता से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता की उम्मीद कैसे की जा सकती है ?

सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी ने प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री इंजीनियर अखिलेश यादव से जाग जाने और मुद्दों के प्रति संवेदनशील होने की अपील भी की है ताकि प्रदेश की जनता सपा सरकार के अवशेष कार्यकाल में वह फर्क महसूस कर सके जिसके लिए उसने सत्ता सपा को सौंपी थी |

खबर की श्रेणी
लखनऊ
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