http://www.kharinews.com/2013-06-25-13-01-02/item/26918-2014-06-07-09-40-07-7nat58
लखनऊ, 7 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश की राजधानी की चर्चित महिला आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर अपनी जासूसी का आरोप लगाया है। उर्वशी की शिकायत के बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
उर्वशी के मुताबिक, वर्ष 2012 में उन्हांेने उप्र के नियुक्ति विभाग से आईएएस सदाकांत के सेवा अभिलेख, चल-अचल संपत्ति आदि के बारे में सूचना मांगी थी, जिस पर उन्हें सूचना तो नहीं मिली पर आईएएस सदाकांत ने उनकी जासूसी जरूर करा डाली।
उत्तर प्रदेश शासन के इरला चेक अनुभाग (वेतन पर्ची प्रकोष्ठ) की अनुसचिव और जनसूचना अधिकारी मीरा नाथ के एक पत्र के अनुसार, सदाकांत ने 10 जनवरी 2013 को उनको एक पत्र लिखा जिसमें सदाकांत ने लिखा, 'उर्वशी शर्मा के पति संजय शर्मा, जो गोविंद बल्लभ पंत पालीटेक्निक मोहान रोड लखनऊ में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत कार्यरत हैं, उनके पति द्वारा की गई अनियमितताओं की जांच जिलाधिकारी लखनऊ
द्वारा कराई गई।'
खास बात यह कि सूचना मांगने के आवेदन में उर्वशी के नाम और पते के अलावा और कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं थी। ऐसे में उर्वशी ने सवाल उठाया है कि सदाकांत ने आखिर कैसे उनके पति के नाम, कार्य स्थल, सेवा-स्थिति आदि के बारे में सटीक सूचनाओं का उल्लेख अपने पत्र में कर दिया।
उर्वशी के मुताबिक, निश्चित ही सदाकांत ने उनकी और उनके परिवार की जासूसी कराई, जिसके आधार पर उनके परिवार की सटीक सूचनाओं का उल्लेख अपने पत्र में किया।
उर्वशी का कहना है कि बिना जासूसी और व्यक्तिगत रुचि के सदाकांत इस प्रकार का सटीक उल्लेख कर ही नहीं सकता था। उर्वशी ने इसे अपनी निजता के अधिकार का हनन बताया है।
उर्वशी ने कहा है कि जिस प्रदेश का आईएएस और प्रमुख सचिव प्रमुख सचिव महिला कल्याण जैसा पद धारित करने वाला पुरुष महिला विरोधी आपराधिक मानसिकता का होगा आखिर वहां महिलाओं के प्रति अपराधों में कमी कैसे आएगी।
आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर जासूसी कराण् जाने के इस मामले में उर्वशी ने पुलिस में शिकायत की है, जिसके आधार पर क्षेत्राधिकारी हजरतगंज मामले की जांच कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Posted by: urvashi sharma <rtimahilamanchup@yahoo.co.in>
Reply via web post | • | Reply to sender | • | Reply to group | • | Start a New Topic | • | Messages in this topic (1) |
No comments:
Post a Comment